महंगाई की मार झेल रहे किसान अब वर्षा न होने से हो रहे परेशान
निवाड़ी। मानसून में देरी की वजह से किसान परेशान हैं । उनको फसल खराब होने का डर सता रहा है । इसके अलावा बारिश की वजह से खेत सूखे पड़े हैं । किसान बुवाई नहीं कर पा रहे हैं । इस बार वैज्ञानिकों ने मानसून अच्छी बारिश होने की संभावना जताई थी । इससे किसान खुश थे लेकिन बारिश न होने से किसान निराश हो रहे हैं । उनका कहना है कि महंगाई बेतहाशा बढ़ी है । कोरोनाकाल में आमदनी भी घट गई है । डीजल भी सौ रुपये लीटर के करीब पहुंच रहा है । अब बारिश नहीं होती तो किसानों के सामने तो भुखमरी की नौबत आ जाएगी । मानसून में देरी की वजह से क्षेत्र के किसानों के खेतों की नमी धीरे- खत्म हो रही है । फसलों के लिए तैयार खेत में पड़ा बीज सूखने की कगार पर पहुंच गया है । इससे फसल खराब होने की आशंका है । खेत को जोतकर बीज तैयार कर चुके ज्यादातर किसान बारिश का लगातार इंतजार कर रहे हैं जिससे वह अपने खेतों को तैयार कर बुवाई कर सके लेकिन मानसून में देरी से किसान परेशान हैं । किसानों के लिए आफत दोनों तरफ से आ गई है । जिन किसानों ने समय से पूर्व खेत तैयार कर बीज डाला था वह बारिश के अभाव में सूखने की स्थिति में पहुंच गई है । बारिश न होने से किसान हजारों रुपये कीमत के बीज खरीदने के बाद भी फसल तैयार नहीं कर पा रहे हैं । इसके साथ साथ क्षेत्र में कई किसान ऐसे हैं जो अपने खेतों में बोनी के लिए मानसून के इंतजार में बैठे हैं और मानसून में देरी की वजह से फसलों की बोनी में भी देरी हो रही है फिलहाल महंगाई की मार झेल रहे किसान अब अच्छी वर्षा के इंतजार में परेशान हो रहे हैं किसानों ने महंगी दरों पर बीज को खरीदकर फसल बोने की पूरी तैयारी कर ली है लेकिन बारिश न होने के कारण किसान परेशान हैं । यदि मानसून का यही हाल रहा तो किसान एक बार फिर कर्ज में डूबने की कगार पर आ जाएंगे।किसानों को पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं ने परेशान कर रखा है । फसलों को लेकर आशंकाएं परेशान कर रही हैं । यदि मानसून की लेटलतीफी का सिलसिला यूँ ही जारी रहा तो निश्चित ही एक बार फिर क्षेत्र के किसानों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ सकती है । जुलाई का महीना शुरूहो गया है लेकिन अभी तक क्षेत्र में कोई खास बारिश नहीं हुई है । बुंदेलखंड में 20 जून के बाद बारिश मानी जाती है लेकिन अभी तक पानी नहीं बरसा है । कुआं , तालाब , नदी सूखे पड़े हैं । पानी न बरसने से क्षेत्र के किसान चिंतित हैं । पिछले दिनों नाम मात्र की बारिश हुई थी जिन किसानों ने मूंगफली का बीज बो दिया था अब उसके अंकुर निकल आए हैं पानी के अभाव में वह अंकुर सूखने की कगार पर हैं । और अब क्षेत्र के किसानों को डर सता रहा है कि यदि दो-तीन दिन में अच्छी वर्षा नहीं होती है तो खेत में डाला गया बीज खराब हो सकता है