ग्रामीण जनों को सुनाई दी बच्चे की रोने की आवाज, झाड़ियों में पड़ी थी नवजात बच्ची

 


ग्रामीण जनों को सुनाई दी बच्चे की रोने की आवाज, झाड़ियों में पड़ी थी नवजात बच्ची

 निवाड़ी।  जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बिनवारा  में बीते रोज सड़क किनारे झाड़ियों में नवजात बच्ची के  मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैली है।  ग्रामीण जनों की मदद से बच्ची को स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर प्राथमिक उपचार के बाद जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात बच्ची को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है जहां बच्ची  सुरक्षित बताई जा रही है।  निवाड़ी जिला पिछले काफी दिनों से सुर्खियों में है कुछ दिन पहले तरिचर कलां पुलिस चौकी में हुई मारपीट की घटना से निवाड़ी जिला सुर्खियों में रहा और अब जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बिनवारा  में झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची के मिलने से निवाड़ी जिला चर्चा में है।  जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम बिनवारा  के पास स्थित गैस एजेंसी के गोदाम के पास ग्रामीण जनों को झाड़ियों में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी और जब रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण जनों ने झाड़ियों के पास जाकर देखा तो नवजात बच्ची झाड़ियों में पड़ी थी।  झाड़ियों में नवजात बच्ची को रोता देख ग्रामीण जनों ने अन्य ग्रामीण जनों सहित पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही डायल हंड्रेड वाहन के साथ उत्तर प्रदेश के ग्राम टहरौली की एंबुलेंस मौके पर पहुंची तथा एंबुलेंस के माध्यम से नवजात बच्ची को तरिचरकलां स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित चिकित्सकों ने नवजात बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण किया तथा उसे जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जहां चिकित्सकों की देखरेख में नवजात बच्ची सुरक्षित बताई जा रही है।  लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला है कि नवजात बच्ची को जन्म देकर झाड़ियों में फेंकने वाली वह महिला कौन सी है।  फिलहाल पुलिस जांच में लगी है इस बीच ग्रामीण जनों ने टहरौली स्वास्थ्य केंद्र की एंबुलेंस स्टाफ की सराहना की है जिसके द्वारा समय पर नवजात बच्ची को तरिचरकलां स्थित स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया तथा स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।  ग्रामीण जनों ने बताया कि जब हमें झाड़ियों में बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी तो हमने झाड़ियों में जाकर देखा तो नवजात बच्ची झाड़ियों में रो रही थी जिसकी सूचना हम लोगों ने ग्राम के सरपंच सहित पुलिस को दी तथा उसी समय घटनास्थल से ही उत्तर प्रदेश के ग्राम टहरौली स्वास्थ्य केंद्र का  एंबुलेंस बाहन सड़क से गुजर रहा था जिसको ग्राम के सरपंच अजीत तिवारी एवं ग्राम निवासी नीरज तिवारी ने रुकवाया और ग्राम टहरौली की एंबुलेंस से ही नवजात बच्ची को तरिचरकला स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया।  ग्रामीण जनों ने बताया कि समय पर साधन एवं स्वास्थ्य सुविधा मिल जाने से नवजात बच्ची की जान बचाई जा सकी है।