जिले में धीमी पड़ी कोरोना संक्रमण की गति, वैक्सीन बनी सुरक्षा कवच, जिले में 45118 लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन

 जिले में धीमी पड़ी कोरोना संक्रमण की गति, वैक्सीन बनी सुरक्षा कवच, जिले में 45118 लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन

 निवाड़ी। कलेक्टर आशीष भार्गव के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए किए जा रहे सभी प्रयास कारगर साबित हो रहे हैं और जिला प्रशासन के इन्हीं प्रयासों के चलते अब जिले में कोरोना संक्रमण की गति धीमी पड़ गई है बीते रोज पूरे जिले में केवल पांच ही कोरोना संक्रमित मरीज  मिले हैं जबकि कुछ समय पहले जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गयी  थी  लेकिन अब जिला प्रशासन के द्वारा किए गए प्रयासों से जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत ही कम हो गई है और यदि कलेक्टर आशीष भार्गव के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा इसी तरह शख्ती  से कोरोना कर्फ्यू का पालन कराया गया तो बहुत जल्द निवाड़ी जिला कोरोना मुक्त हो जाएगा। जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में जहां प्रशासनिक प्रयास कारगर साबित हुए हैं वहीं जिले में सतत रूप से चलाया  जा रहा  कोरोना वैक्सीनेशन अभियान भी कोरोना संक्रमण का सुरक्षा कवच बनकर सामने आया है।  जिले में अभी तक के कोरोना आंकड़ों पर नजर डालें तो निवाड़ी जिले में अभी तक 3557 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं जिनमें से 3260 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि जिले में कोरोना की दूसरी लहर में अभी तक 37 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है।  वर्तमान में जिले में कोरोना की गति धीमी पड़ी है जिसके चलते पॉजिटिविटी रेट भी कम हुआ है बीते रोज संपूर्ण जिले में केवल 5 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं जबकि जिले में प्रतिदिन कोरोना की जांच लगभग 400 से अधिक लोगों की हो रही है जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने तथा नियमित रूप से हो रहे कोरोना वैक्सीनेशन के चलते कोरोना पॉजिटिविटी  रेट जो कभी 20 फीसदी तक पहुंच गया था वह घटकर अब 1 फ़ीसदी से कम पर  पहुंच गया है और अब जिले को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कोरोना कर्फ्यू की अवधि को 31 मई तक बढ़ाया गया है इसके साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीनेशन की जागरूकता के लिए कलेक्टर आशीष भार्गव स्वयं अपने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले के ग्रामों का भ्रमण कर रहे हैं और ग्रामीण जनों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कलेक्टर आशीष भार्गव जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर ग्रामों में रहने वाले लगभग सभी लोगों को कोरोना  वैक्सीन लगवाने का आग्रह कर रहे हैं वही ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के चलते कलेक्टर श्री भार्गव द्वारा किए जा रहे आग्रह पर बहस करने वाली महिलाओं को वैक्सीन लगवाने के बाद किसी तरह का नुकसान नहीं होने की गारंटी भी दे रहे हैं।  जिले में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी रेट में काफी कम होने में कोरोना वैक्सीन ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच बनकर सामने आया है जिले में अभी तक लगभग 45118 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है और वैक्सीन लगने के बाद सभी लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो वैक्सीन के दो डोज़  लगने के बाद भी कोरोना संक्रमित हुए हैं लेकिन वैक्सीन लगने के बाद ऐसे मरीज गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचे हैं और घर में ही अलगाव प्रक्रिया का पालन करते हुए ठीक हुए हैं।  जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है और कोरोना से बचाओ के लिए कोरोना वैक्सीन ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच माना जा रहा है। कोरोना वैक्सीनेशन एवं कोरोना कर्फ्यू के चलते जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है।  कुछ समय पहले जब कोरोना संक्रमण अपने सबसे अधिकतम स्तर पर था तब कलेक्टर आशीष भार्गव के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा गंभीरता एवं कुशलता के साथ कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के प्रभावी उपाय किए गए और आज जिला प्रशासन के सफल प्रयासों का ही नतीजा है कि हमारे जिले में अब कोरोना पॉजिटिविटी रेट एक फ़ीसदी से भी कम हो चुका है।