पुलिस संरक्षण में फलफूल रहा है बालू का अबैध करोबार।


खेतो को खोदकर एवम वेतबा नदी से रोजाना सैकड़ो ट्राली बालू खुलेआम झांसी ले जाई जा रही है।


ओरछा---पिछले कई वर्षों से उ प्र के बालू माफियाओ के लिये ओरछा क्षेत्र चारागाह बना हुआ है यह बालू माफिया पुलिस को मनमाफिक पैसा देकर खुलेआम बालू का काम करने में लगे हुये है यहाँ कार्यवाही की बात करे तो राजस्व एवम खनिज विभाग के अधिकारी रोकने का प्रयास करते है लेकिन जब पुलिस पैसा लेकर इस धंधे को बढ़ाबा दे रही है तो इन माफियाओ पर कार्यवाही असम्भव है यही बजह है कि घटवाहा एवम बेतवा नदी घुराई नदी से यह अबैध बालू का कारोबार जोर पकड़ता जा रहा है हालांकि कि पुलिस के अधिकारी भले ही यह कहे कि उनकी पुलिस इस बालू के अबैध खनन में पाकसाफ है तो यह बेईमानी होगी क्योंकि जिस दिन पुलिस यह सोच ले की बालू का अबैध खनन नही होने देंगे तो एक ट्राली बालू नही निकल सकती है लेकिन पुलिस की एंट्री की बजह से हर माह होने बाली लाखो की कमाई की बजह से पुलिस को बालू के ट्रेक्टर दिखाई नही दे रहे है।और रोजाना सैकड़ो ट्राली बालू खुलेआम झांसी जा रही है वही कुछ बालू माफिया बालू को इकठ्ठा कर अग्रसेन धाम के पीछे एवम उधोग क्षेत्र से ट्रकों को भरा रहे है वर्तमान में फैला गुण्डाराज से लोग कांग्रेस सरकार को कोसते दिख रहे है। हालांकि कांग्रेस के नेताओ का इस खनन से कोई लेना देना नही है इस खनन में सबसे ज्यादा वो लोग जुड़े है जो समाजवादी पार्टी से जुड़े है लेकिन कांग्रेस सरकार की छवि धूमिल हो रही है।



         ।भाजपा शासन में लगी थी लगाम।


बालू का अबैध खनन कोई नया नही है यहाँ पिछले कई वर्षों से बालू माफिया हावी है जो पुलिस से साठगांठ कर बड़े स्तर से बालू का खनन बेख़ौप होकर करते आ रहे है लेकिन 2016 में इसकी शिकायत पर टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये ए एस आई रामसेवक झा को भेजा गया था इसके बाद ए एस आई ने अपनी कार्यकुशलता की दम पर माफियाओ को नाको चना चबा दिये थे कईयो को जेल भेज दिया था लेकिन आज निवाड़ी जिला बनने के बाद लोगो को उम्मीद थी कि क्षेत्र में शांति रहेगी लेकिन आज बालू माफिया इतने हावी है कि वह खुलेआम गरीव किसानों के खेतों को खोदकर वही बेतवा नदी का खुलेआम दोहन कर रहे है लेकिन पुलिस एवम पुलिस के अधिकारियों को यह खनन दिखाई नही दे रहा है हालांकि यदि पुलिस थोड़ी ही चुस्त हो जाये तो एक भी ट्राली बालू उ प्र नही जा सकती है लेकिन पुलिस की वर्दी पहने जिम्मेदारों को पैसा मिले चाहे वर्दी पर कितने ही दाग लग जाये इसकी चिंता नही है।



      । खनन का विरोध किया तो हुआ था हमला।



पुलिस संरक्षण में फलफूल रहा बालू के अबैध खनन में उ प्र के बालू माफिया इस कदर मशगूल है कि उनके द्वारा किये जा रहे काम को यदि कोई रोकने की कोशिश भी करता है तो उसे अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है अभी हाल ही में बसोबा ग्राम के कुछ लोगो ने खेतो से अबैध खनन को रोकने की शिकायत की थी इस शिकायत से खफा होकर उ प्र के इन गुडों ने फिल्मी स्टाइल में एक स्कोर्पियो गाड़ी से सबार होकर आये और उधोग क्षेत्र में कुछ युवकों पर हॉकियो सरियों से हमला कर दिया था वो तो गनीमत यह रही कि कुछ लोग वहां पहुँच गये थे जिससे वह हमलावर मौके से भाग गये थे लेकिन पुलिस ने अपने संरक्षित गुंडों पर मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज कर माफियाओ का उत्साहवर्धन किया था पीड़िता लोगो ने तमाम अधिकारियों नेताओ के चक्कर भी लगाये लेकिन गरीबो पर हुये जुल्म से अधिकारियों नेताओ को कोई लेनदेन नही रहा इसके बाद उ प्र के भगवन्तपुर ख़िरकपट्टी  बड़ागांव कोछाभवर दिमरोनी सिगर्रा हसारी कुम्हार्रा बनगुवा झांसी के सैकड़ो ट्रेक्टरो के खिलाफ किसी भी में बोलने की हिम्मत नही है और खुलेआम यह व्यापार फलफूल रहा है। वही आजादपुरा ओरछा में इस काम से जुड़े लोग वेतबा से बालू निकालकर ओरछा नगर में बेच रहे है वही कुम्हार्रा बबेडी में कुछ बालू माफियाओ द्वारा स्टॉक किया जा रहा है जो वही के वही झांसी बेचने का काम कर रहे है।


      ।कई किसानों ने की अपनी जमीन बिकाऊ।



बसोबा घटवाहा ग्राम के गरीव किसानों ने बताया कि उनकी जमीनों को एक तो दबंगों द्वारा खोदा जा रहा है सीमांकन हुआ नही बाप दादाओ के जमाने से ऐसे ही खेती बाड़ी करते आ रहे है कुछ लोग अपनी जमीनों से खुदवा रहे है जिससे उनकी भी जमीने बेकार हो गई है यही बजह से कई लोग अपनी जमीने बेचने को मजबूर है कई लोगो ने पूर्व में जमीन यहाँ इसलिए खरीदी थी कि बेतवा किनारे पर्याप्त पानी है जिससे यहाँ अच्छी खेती करेंगे लेकिन बालू निकलने से लोग परेशान हो अपनी जमीन बेचने को मजबूर है समय रहते इन बालू माफियाओ पर नकेल नही कसी गई तो लोग अपनी अपनी जमीनों को बेचने को मजबूर होंगे लेकिन वर्दीधारियों को इससे कोई लेना देना नही उनकी जेब गर्म होती रहे चाहे किसान मरे या जिये उनका भला होता रहे।



          ।कांग्रेस की छवि हो रही है खराब।



बालू माफियाओ द्वारा ग्राम घटवाहा एवम बेतवा में आजादपुरा से लेकर शीशमहल ओरछा तक पूरी बेतवा नदी में गुण्डाराज फैला है यहाँ बताना यह जरूरी है कि बेतवा वन विभाग में आती है लेकिन बेतवा नदी में आजादपुरा से लेकर शीशमहल ओरछा तक करीब 500 किस्तीयो के माध्यम से खुलेआम बालू का दोहन हो रहा है लेकिन यहाँ कुछ वन रक्षक भक्षक वन इन माफियाओ से पैसा लेकर खुले आम बालू निकलवाने में लगे हुये है वही घुरारी नदी एवम नालो से मंडोर बागन फुटेरा गुदरई क्षेत्र में दर्जनों  ट्रेक्टर बालू के खनन में लगे हुये है खुलेआम बेखौफ चल रहे इस बालू के खनन से भले ही पुलिस वन विभाग एवम बालू माफियाओ की तिजोरी भर रही हो लेकिन इस खनन को लेकर कांग्रेस की छवि खराब हो रही है भले ही कांग्रेस के नेताओ का इस अबैध काम से कोई लेनादेना नही है लेकिन बर्तमान में सभी कर्मचारियों पर कांग्रेसियों के होने का आरोप है।