बच्चों को स्वेटर, टॉफी और बिस्कुट तो महिलाओं को बांटी साडिय़ां और कंबल
टीकमगढ़। सर्दियों के मौसम में अनेक गरीब ठिठुरते रहते हैं, उन्हें गर्म कपड़ों की जरूरत होती है। युवा समाजसेवी सौरभ खरे और उनके साथियों द्वारा की जा रही समाजसेवा से युवाओं को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। गरीबों की सेवा भगवान की पूजा से कम नहंीं है। इस स्कूल के बच्चों और महिलाओं की सेवा कार्य में शामिल होकर अच्छा लगा। यह विचार यहां अनगढ़ा प्राथमिक शाला में हुए वस्त्र और कंबल वितरण आयोजन में शामिल हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने व्यक्त किये।
आयोजक सौरभ खरे ने पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, जेल अधीक्षक प्रतीक कुमार जैन, जेलर संतोष कुमार उपाध्याय, नगर निरीक्षक अनिल मौर्य सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि समाजसेवा के कार्यों में परिवार सहित अन्य साथियों का भरपूर सहयोग मिलने से उत्साह बढ़ता है। इस तरह के कार्यों को आगे भी किया जाता रहेगा। सौरभ खरे ने कहा कि गरीबों की मदद करने से बढ़कर कोई पुनीत कार्य नहीं होता। शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही जरूरतमंदों की मदद करते रहना चाहिए। नर सेवा ही नारायण सेवा है। इस मौके पर जेलर प्रतीक जैन ने कहा कि स्कूल में बच्चों के चेहरों पर गर्म कपड़े और बिस्कुट आदि पाकर जो खुशी आई है, वह देखकर खुशी मिली है। भाई सौरभ द्वारा किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, जेल अधीक्षक प्रतीक कुमार जैन, जेलर संतोष कुमार उपाध्याय, नगर निरीक्षक अनिल मौर्य द्वारा कंबल, साडिय़ां और बच्चों को स्वेटर आदि वितरित किए गए। समाजसेवी प्रदीप खरे ने बताया कि स्कूल में 50 से अधिक बच्चों को स्वेटर वितरित किए गए। इसी प्रकार महिलाओ और गरीबों को कंबल वितरित किये गए। उन्होंने बताया कि बच्चों को स्वेटर और बिस्कुट, टॉफी आदि दिए गए। इस मौके पर कैलाश विश्वकर्मा, प्रधानाध्यापक श्रीमती संध्या खरे, गीता देवी सेन, श्रीमती शोभा खरे, श्रीमती रेखा वर्मा, श्रीमती सुषमा खरे, सत्तार बाबा, लोकेन्द्र सिंह, रूपेश जैन, चक्रेश प्रजापति, राहुल राजपूत, अरूण खरे, सनी राजपूत, गोलू रैकवार, पुष्पेन्द्र रैकवार, केहर सिंह, कृष्ण गोपाल देवलिया, जितेन्द्र रजक सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
....बच्चों के बीच कुर्सी पर नहीं बैठे पुलिस अधीक्षक
मानवीयता और प्रेम की अनूठी मिशाल यहां पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने उस समय प्रस्तुत की, जब वह यहां बच्चों के बीच खड़े रहे और उनसे बातें करते रहे। इसी प्रकार जेल अधीक्षक प्रतीक कुमार जैन, जेलर संतोष कुमार उपाध्याय और नगर निरीक्षक अनिल मौर्य सहित सभी अतिथियों ने बच्चों को खड़े खड़े ही स्वेटर और गर्म कपड़े वितरित किए। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बच्चों से उनका नाम और स्कूल नाम भी पूंछा। नन्हें बच्चे केवल मुस्कराकर रह गए और कुछ बच्चे तो इतने छोटे थे कि वह अधिकारियों की गोदी में आते ही उतरने की जिद करने लगे। गर्म स्वेटर और बिस्कुट पाने के बाद प्राथमिक स्कूल के कुछ बच्चों के मुख से अंग्रेजी में थैंक्यू सुनकर अधिकारियों एवं आयोजकों को भी अच्छा लगा। यहां बता दें कि अनगढ़ा प्राथमिक स्कूल में अधिकांश बच्चे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से हैं। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया बच्चों के बीच काफी देर तक रहे और उनके बीच बैठकर भी बतियाते रहे।
गरीबों में भगवान बसता है, उनकी मदद भगवान की सेवा से कम नहीं-अनुराग सुजानिया